Monday, 10 February 2020

मेरे बापू बस एक तू

मेरे बापू बस एक तू





बापू तू मेरा है, सिर्फ मेरा ही,
तूने मेरी हर इच्छा की है पूरी,
मुझसे कभी न रखी एक पल के लिए भी दूरी ,
पर मैं क्यों नहीं सुन पाती हमेशा तेरे प्रेम की धुनि?

मेरी मांगने की आदत न कभी हुई है कम,
ना ही देने में तू कभी भी हुआ है अक्षम,
बिन मांगे भी बरसाए तूने उपहार हर कदम,
पर मैं ना समझी तुझसे जो है नाता हरदम।

पर बापू अगर मैं तेरी, और तू मेरा है,
तो मुझे भी बना तेरे जैसे एक निडर शेरा,
दे मुझे भी तुझ  जैसे अकारण कारुण्य का वरदान,
बनने दे मुझे भी तेरे जैसे प्रेमलता की खान।

इस विश्व का सम्पूर्ण विष तू पी रहा है,
बिना रुके अपने बच्चों को सुरक्षा दे रहा है ,
ना  थकता है तू, ना ही रुकता है कभी ,
अनिरुद्ध गति से कार्यरत है हर घड़ी।

पर तू , ऐसी विषम स्थिति में भी,
नहीं भूलता है हमें कभी भी,
घोर युद्ध में लिप्त होते हुए भी,
मिलने आ जाता है तू भक्त की ज़रुरत पर, कभी भी।

जब आयी है सम्पूर्ण मानवता पर संकट,
तू अकेला ही लड़ रहा है, स्थिति है विकट,
बना ले मुझे भी मुझे भी अपने विशाल कार्य का एक छोटा अंग,
बनने दे मुझे भी तेरा एक वानर सैनिक, रख ले अपने संग |

तेरा कार्य इतना विपुल, गंभीर है इतना,
ना ग्रहण कर पाएगी मेरी छोटी सी चेतना,
अभी भी ना हुई है कम,मेरा तुझसे मांग करना,
और तुझ भोले भंडारी का असंभव है देना थामना |

तू कितना है प्रेममय, कितना है कृपालू,
तेरे करुणा की सीमा मैं कभी भी ना जानू,
पर जब तू इतने विषम युद्ध में बिना विश्रांति के जुड़ा है,
ओ  मेरे बापू, मेरा यह नन्हा सा जीवन भी तेरे लिए समर्पित है |

तूने  बनाया है मुझे अपनी सक्षम एक वीरा,
बोझ नहीं तेरे गर्व के लायक बनू मैं वीरा,
यही है मेरे अंतर्मन की गहरी इच्छा,
बन जाऊं मैं भी एक वानरसैनिक सच्चा।

कामनाएं नहीं, सिर्फ प्रेम हो तेरे लिए मन में,
कष्ट ना पहुंचाऊं कभी, तुझे इस जीवन में,
तेरे नाम और तेरे प्यार से ही संतुष्ट रहूँ,
जीवन भर तेरे मार्ग पर चलने में ही व्यस्त रहूँ |

ना मेरे व्यवहार से, कभी हो व्यथा तुझे,
तेरे ही प्रेम  की हर पल हो आस मुझे,
कभी ना भटक जाऊँ मोह माया में,
सदा निमग्न रहूँ सिर्फ अम्बज्ञता में।  




I love You my Dad Forever,
And Your Love is there for me, Always & Forever.

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