नहीं मिलती है मंज़िल बिना कोशिश के ,
कोशिश है अधूरी बिना मेहनत मशक्कत के,
मेहनत में जब मिला हो जोश का जज़्बा ,
खुदा भी कहते हैं वाह वाह मेरा बच्चा ।
हर पल साथ देता है मेरा वह मेरा दाता ,
चाहता है वह मुझसे बस थोड़ी सी कोशिश,
कहता है वह बार बार मुझसे यही ,
कोशिश करने वाले की हार होती नहीं कभी भी ।
बना रहता है वह बापू मेरा सहारा हर पल,
कहता है तू लगा दे कोशिश में अपना सम्पूर्ण बल ,
बाकी सब संभालता हूँ मैं तू रह निडर,
बस डटा रह तू सदा अपने ही पथ पर |
त्याग और बलिदान से ही होती है मेहनत सफल,
जाना है मैंने यह बापू के पथ पर ,
नहीं मिलता है खुदा उस बन्दे से ,
जो भागता है मेहनत और कोशिश से |
प्रयास में है बल पत्थर तोड़ने की ,
ताकत है उसमे खुदासे मिलाने की ,
तू बस जी जान से कर कोशिश बन्दे ,
बापू दिलाएगा तुहे तेरी मंज़िल कसम से |
जिसका मन सच्चा और इरादे बुलंद हैं ,
नहीं डरता है वह किसी भी चुनौती से ,
पार कर जाता है हर बाधा हर रूकावट,
जीत देती है उसके दर पर ही दस्तक |
पर यह बात मन में तू ठान ले बंदे ,
रुकेगा न झुकेगा न, न तू ख़्वाबों में डूबेगा ,
मंज़िल है तेरी, रस्ते पे तू चलता ही रहेगा ,
हो आंधी तूफ़ान या हो खाई गहरी,
चलता ही रहेगा तू हो छाँव या भरी दुपहरी |
मंज़िल भी ढून्ढ तू सोच समझ कर,
बापू को ही बना ले तू मंज़िल ज़िन्दगी की ,
सबसे अच्छी बेहतरीन है वह मंज़िल ,
रास्ते में भी साथ देगा तुझे, तेरी यह मंज़िल|
कभी अगर तू डरा, रुका या गिरा तो ,
वोही उठा के देगा सहारा तुझे तो ,
हौंसला जब तेरा टूटने लगेगा,
तेरी मंज़िल ही तुझमे जोश से भर देगा |
बस तू कर अपनी कोशिश ऐ बन्दे ,
कभी न नज़र हटा अपनी मंज़िल से,
चलता जा तू हर पल हर घडी में ,
बापू ले लेगा तुझे अपनी पनाह में|
बापू का हो साथ तो हर बुलंदी तू छुएगा ,
उनका हाथ हो सिर पर तो क्या तू न करेगा ,
बस कोशिश अपनी तू करते ही रहना ,
क्योंकि बापू ने ही कहा है, यह याद रखना ,
कोशिश करनेवाले की हार कभी नहीं होती।
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